Saturday, 24 September 2022

534. दरिंदा- वेदप्रकाश शर्मा

आखिर क्यों बना विकास दरिंदा
दरिंदा- वेदप्रकाश शर्मा

एक तरफ सिंगही का शिष्य वतन था, दूसरी तरफ विजय और अलफांसे का शिष्य विकास। दोनों के टकराव की महागाथा है यह उपन्यास और यह उपन्यास भी यही है जिसमें बताया गया है कि विकास को दरिंदा क्यों जाने लगा।
 वेदप्रकाश शर्मा जी द्वारा रचित उपन्यास 'हिंसक' का द्वितीय भाग है 'दरिंदा। दोनों उपन्यासों की संयुक्त कथा ब्रह्माण्ड के अपराधी सिंगही से संबंधित है। सिंगही विश्व विजेता बनने के लिए एक वैज्ञानिक एडिसन के साथ मिलकर एक घातक योजना के साथ अपनी चाल चलता है और बना देता है एक हिंसक और एक दरिंदा।
  नमस्कार पाठक मित्रो,
     आज 'स्वामी विवेकानंद पुस्तकालय' ब्लाग में प्रस्तुत है उपन्यास साहित्य के सितारे वेदप्रकाश शर्मा जी के एक्शन उपन्यास 'दरिंदा' की समीक्षा।    'हिंसक' में आपने पढा की कैसे सिंगही की चाल में फंस कर वैज्ञानिक एडिसन एक भयानक आविष्कार करता है। वह ऐसे उड़नतश्तरी बना देता है जो कठोर से कठोर वस्तु को भी पलभर में काट दे। वहीं सिंगही अपने शिष्य वतन के माध्यम से विजय को एक अनोखी कैद में भेज देता है।  और दूसरी तरफ हिंसक विकास वतन की इस हरकत से उसका दुश्मन बन‌ जाता है।
    इन दोनों की खतरनाक के मध्य अंतरराष्ट्रीय अपराधी अलफांसे और प्रिंसेज जैक्शन भी उपस्थित हैं।
'दरिंदा' उपन्यास का कथानक पूर्व भाग 'हिंसक' के आगे की कथा से आरम्भ होता है।
   अब जैक्सन, अलफांसे और विकास का उद्देश्य है सिंगही के अड्डे खत्म करना, उडनतश्तरियों का रहस्य जानना और विजय को सिंगही की कैद से स्वतंत्र करवाना लेकिन इसके लिए आवश्यक है पहले सिंगही के अड्डे का पता लगाया जाये। 
वेदप्रकाश शर्मा जी के पाठक जानते हैं की सिंगही हर बार एक नयी जगह पर अपना अड्डा स्थापित करता है। और उसका अड्डा पृथ्वी से भी अलग हो सकता है। इस बार भी सिंगही ने अपना अड्डा कुछ ऐसी ही जगह स्थापित किया है।
  वहीं अहिंसा का पुजारी और सिंगही का शिष्य का वतन दोहरी स्थिति में होता है। एक तरफ वह सिंगही का सम्मान करता है और दूसरी तरफ वह सिंगही के हिंसात्मक तरीकों का विरोधी भी है। और वतन को यह भी तय करना है की वह किसका पक्ष ले।
वहीं अपने गुरु विजय की तलाश में विकास दरिंदा बन जाता है।
       शेष कथानक सिंगही के खतरनाक उद्देश्य को खत्म करने से संबंधित है। जो की काफी रोचक है।
उपन्यास के क्लाइमैक्स में विकास और वतन का किरदार नगण्य नजर आता है।
     
वेदप्रकाश शर्मा जी द्वारा रचित 'हिंसक' और 'दरिंदा' उपन्यास ब्रह्माण्ड अपराधी सिंगही के विश्व विजेता बनने की खतरनाक चाहत को आधार बनाकर लिखा गया एक रोचक उपन्यास है।
   उपन्यास में मुख्यत एक्शन प्रधान है और कथा गौण है।
उपन्यास -  दरिंदा
लेखक -    वेदप्रकाश शर्मा
प्रथम भाग - हिंसक

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