Wednesday 22 April 2020

299. पार्टी- महेन्द्र आर्य

एक अजनबी और एक कत्ल
पार्टी - महेन्द्र आर्य, मर्डर मिस्ट्री नाटक

मैं‌ अक्सर लोकप्रिय साहित्य में नया खोजता रहता हूँ। यह खोज कभी कभी कुछ नये प्रयोग भी सामने ला देती है। किंडल एप पर यही खोज एक नाटक को सामने लायी। नाटक छोटा है पर उसकी प्रथम विशेषता यह है की वह मर्डर मिस्ट्री युक्त है। मैंने पहली बार को नाटक पढा है जो किसी मर्डर पर आधारित है।
       यह कहानी एक परिवार की जहां एक छोटी सी पार्टी का आयोजन है। वहाँ एक अवांछित सदस्य भी आ जाता है और उसी पार्टी के दौरान घर के एक सदस्य की रहस्यम तरीके से मौत हो जाती है।
अन्फोर्चुनेटली ये पार्टी एक दुखद और कुछ हद तक भयानक स्थिति में पहुँच गयी है . हम सब को पुलिस का इंतजार भी करना पड़ेगा .
        पार्टी के दौरान एक सदस्य की मृत्यु सभी के लिए हैरत ली बात होती है और वहीं एक अजनबी का व्यवहार सभी को अचरज में डालने वाला होता है।
         एक तरफ एक मौत और दूसरी तरफ वह अजनबी।
आखिर वह अजनबी कौन है? यह भी सभी के लिए एक रहस्य होता है।
धीरे-धीरे एक-एक घटना से पर्दा उठता है और नाटक अपनी गति को प्राप्त होता है।

नाटक का घटनाक्रम बहुत छोटा है इसलिए ज्यादा चर्चा संभव नहीं है।
नाटक का एक संवाद जो मुझे बहुत अच्छा लगा यहाँ प्रस्तुत है।-  शराब अपने आप में एक बीमारी है . पीने वाला खुद नहीं जानता की कब वो ज्यादा पीने लगा ; और फिर उसके हाथ में कुछ नहीं रहता।
         इस नाटक में जो मुझे अच्छा नहीं लगा वह है एक तरफ घर में एक मौत हो गयी लेकिन लोगों को खाने की लगी।
- क्यों न थोड़ी देर के लिए हम सब इस सारी मुश्किल को भूल कर लिली के हाथ का बना खाना खाएं . पता नहीं इस के बाद हम सब को ऐसा मौका मिले या नहीं।
        नाटक बहुत रुचिकर है। घटनाक्रम तीव्रता से सम्पन्न होता है। आरम्भ से लेकर अंत से पूर्व तक रहस्य यथावत रहता है।

एक नाटक और वह भी मर्डर मिस्ट्री पर आधारित, ऐसा मैंने पहली बार पढा है। यह लघु नाटक रहस्य से परिपूर्ण है और पठनीय है।

नाटक- पार्टी           

लेखक- महेन्द्र आर्य
प्रकाशन तिथि- 25.04.2017
पृष्ठ- 50
फाॅर्मेट- ebook on kindle
किंडल लिंक-  
पार्टी- महेन्द्र आर्य

2 comments:

  1. रोचक लग रहा है। नाटक भी एक ऐसी कला है जो विलुप्त होती जा रही है। मर्डर मिस्ट्री पर आधारित इस नाटक को मंचित होते हुए देखना रोचक होगा। आभार।

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    Replies
    1. हां, लघु नाटक है, कम दृश्य है इसलिए इसका मंचन भी आसान है।

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