अमेजन के खतरनाक जंगलों में...
नमस्ते,
svnlibrary ब्लॉग पर किसी काॅमिक्स की यह पहली समीक्षा है। ब्लॉग पर ज्यादा समीक्षाएं उपन्यासों की हैं और उपन्यासों के अलावा विविध विधाओं की समीक्षाएं लिखी हैं पर किसी काॅमिक्स के विषय में लिखने का यह पहला अवसर है। बचपन छूटा तो काॅमिक्स का साथ भी छूट गया। कभी राज कॉमिक मेरी प्रिय हुआ करती थी। इसके अतिरिक्त बालहंस पत्रिका में छपने वाली चित्रकथा 'ठोला राम, कवि आहत' जैसी कथाएं आज भी याद आती हैं तो गुदगुदाती हैं। कभी किसी अज्ञात पत्रिका में प्रकाशित होने वाली 'इंस्पेक्टर आजाद' चित्रकथा की आधी-अधूरी याद, मन में इसलिए कसक पैदा करती है की उसे पूरा नहीं पढ पाये और ऐसी ही कसक 'बालहंस' पत्रिका की 'बिसतुईया' पैदा करती है।
समय के साथ-साथ सब काॅमिक्स/ चित्रकथाएं खत्म होती चली गयी। लेकिन जिनके मन में जुनून होता है, उनका यह जुनून समय के साथ बढता चला जाता है।
ऐसा ही जुनून था 'एनकोंडा' काॅमिक्स वालों का और जन्म लिया 'KORWA COMICS' ने और हमारे सामने आयी एक जबरदस्त काॅमिक्स 'एनकोंडा- अमेजन का दानव' ।
'एनकोंडा' काॅमिक्स का आरम्भ होता है मिस्टर आजाद वीर से जिसे 'एक्रोफोबिया' है और वह अपना पुत्र खो बैठा है और उसका परिवार उसे छोड़कर जा चुका है।
संयोग है मिस्टर आजाद वीर की पुत्री अंजू 'वन्य जीवन डाक्यूमेंट्री चैनल' में काम करती है जिसमें आजाद वीर है। अंजू अपने पापा को इसलिए पसंद नहीं करती क्योंकि वह अपने पुत्र को 'एक्रोफोबिया' के चलते बचा नहीं सके।
और फिर अमजेन के जंगलों के रहस्य को जानने और उन पर डाक्यूमेंट्री बनाने के लिए चैनल एक टीम तैयार करता है जिसमें मिस्टर आजाद वीर उसकी पुत्री अंजू भी शामिल हैं।
ब्राजील और फिर अमेजन के जंगलों में वहां के गाइड और आदिवासी व्यक्ति के साथ यह टीम आगे बढती है ।
वहीं अमेजन के जंगलों में स्पेन का दुर्दांत बुलफाइटर और स्मग्लर -कोल्डो, जंगल के जानवरों की तस्करी करता है।
कोल्डो का सामना जब वन रक्षकों से होता है तो वह बेरहमी से उनकी हत्या कर देता है और वहीं चैनल के लिए वीडियो शूट करती अंजू की नजर उस पर पड़ती है तो वह चीख उठती है।
दुर्दांत कोल्डो अपने साथ के साथ इस टीम का दुश्मन बन जाता है और उनकी मौत बनकर उनका पीछा करता है। जान और मौत के खेल में भटकर शीघ्र ही सारे लोग उस क्षेत्र में पहुँच जाते हैं जहाँ निवास करता है अमेजन का दानव एनाकोंडा।
यहां कोल्डो और उसके साथियों को सिर्फ एनकोंडा' से बचना था वहीं कोल्डो और एनाकोंडा दोनों से जान बचानी थी।
अपने पुत्र को खो चुके मिस्टर आजाद वीर को आज अपनी पुत्री की जान बचानी थी और उसे साबित करना था वह अपने परिवार को कितना प्यार करता है। उसे आज 'एक्रोफोबिया' को हराना था।
इस काॅमिक्स का वास्तविक संघर्ष यहीं से आरम्भ होता है जहां एनाकोंडा अपना फन फैलाये बैठा है और फिर कैसे एक एक व्यक्ति को अपना निवाला बनाता है।
काॅमिक्स में जहां दहशत है वहीं इसका भावनात्मक रूप भी प्रभावित करता है। एक बाप और बेटी के दृश्य, उनके संवाद और उनकी भावनाएं सहज भी मन को छू लेती है।
काॅमिक्स की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली है और जहाँ जहाँ एनाकोंडा और कोल्डो के दृश्य है वह वास्तव में बहुत भयावह बने हैं।
काॅमिक्स के नकारात्मक पक्ष की बात करें तो font size थोड़ा कम है, पढने में थोड़ी सी मुझे परेशानी हुयी ।
वैसे यह KORWA COMICS का और सहभागिजनों का पहला प्रयास है।
लेखक हेम सिंह बाला जी ने एक अच्छे विषय पर कहानी लिखी जो काफी रोचक है। वहीं चित्रांकन में बलजिंदर सिंह ने सराहनीय कार्य किया है। एक एक दृश्य बोलता हुआ प्रतीत होता है।
पृष्ठ क्वालिटी बहुत अच्छी है।
अगर आप काॅमिक्स प्रेमी हैं तो यह काॅमिक्स आप इसलिए भी पढें कि यह काॅमिक्स प्रेमियों द्वारा किया गया प्रयास सफल हो सके।
आगामी काॅमिक्स 'अनर्थ' का इंतजार रहेगा।
काॅमिक्स- एनाकोंडा
लेखक- हेम सिंह बाला
प्रकाशक- KORWA COMICS
पृष्ठ- 58+
मूल्य- 399₹
प्राप्ति संपर्क- 9466542541, 8571830884
नमस्ते,
svnlibrary ब्लॉग पर किसी काॅमिक्स की यह पहली समीक्षा है। ब्लॉग पर ज्यादा समीक्षाएं उपन्यासों की हैं और उपन्यासों के अलावा विविध विधाओं की समीक्षाएं लिखी हैं पर किसी काॅमिक्स के विषय में लिखने का यह पहला अवसर है। बचपन छूटा तो काॅमिक्स का साथ भी छूट गया। कभी राज कॉमिक मेरी प्रिय हुआ करती थी। इसके अतिरिक्त बालहंस पत्रिका में छपने वाली चित्रकथा 'ठोला राम, कवि आहत' जैसी कथाएं आज भी याद आती हैं तो गुदगुदाती हैं। कभी किसी अज्ञात पत्रिका में प्रकाशित होने वाली 'इंस्पेक्टर आजाद' चित्रकथा की आधी-अधूरी याद, मन में इसलिए कसक पैदा करती है की उसे पूरा नहीं पढ पाये और ऐसी ही कसक 'बालहंस' पत्रिका की 'बिसतुईया' पैदा करती है।
समय के साथ-साथ सब काॅमिक्स/ चित्रकथाएं खत्म होती चली गयी। लेकिन जिनके मन में जुनून होता है, उनका यह जुनून समय के साथ बढता चला जाता है।
ऐसा ही जुनून था 'एनकोंडा' काॅमिक्स वालों का और जन्म लिया 'KORWA COMICS' ने और हमारे सामने आयी एक जबरदस्त काॅमिक्स 'एनकोंडा- अमेजन का दानव' ।
'एनकोंडा' काॅमिक्स का आरम्भ होता है मिस्टर आजाद वीर से जिसे 'एक्रोफोबिया' है और वह अपना पुत्र खो बैठा है और उसका परिवार उसे छोड़कर जा चुका है।
संयोग है मिस्टर आजाद वीर की पुत्री अंजू 'वन्य जीवन डाक्यूमेंट्री चैनल' में काम करती है जिसमें आजाद वीर है। अंजू अपने पापा को इसलिए पसंद नहीं करती क्योंकि वह अपने पुत्र को 'एक्रोफोबिया' के चलते बचा नहीं सके।
और फिर अमजेन के जंगलों के रहस्य को जानने और उन पर डाक्यूमेंट्री बनाने के लिए चैनल एक टीम तैयार करता है जिसमें मिस्टर आजाद वीर उसकी पुत्री अंजू भी शामिल हैं।
ब्राजील और फिर अमेजन के जंगलों में वहां के गाइड और आदिवासी व्यक्ति के साथ यह टीम आगे बढती है ।
वहीं अमेजन के जंगलों में स्पेन का दुर्दांत बुलफाइटर और स्मग्लर -कोल्डो, जंगल के जानवरों की तस्करी करता है।
कोल्डो का सामना जब वन रक्षकों से होता है तो वह बेरहमी से उनकी हत्या कर देता है और वहीं चैनल के लिए वीडियो शूट करती अंजू की नजर उस पर पड़ती है तो वह चीख उठती है।
दुर्दांत कोल्डो अपने साथ के साथ इस टीम का दुश्मन बन जाता है और उनकी मौत बनकर उनका पीछा करता है। जान और मौत के खेल में भटकर शीघ्र ही सारे लोग उस क्षेत्र में पहुँच जाते हैं जहाँ निवास करता है अमेजन का दानव एनाकोंडा।
यहां कोल्डो और उसके साथियों को सिर्फ एनकोंडा' से बचना था वहीं कोल्डो और एनाकोंडा दोनों से जान बचानी थी।
अपने पुत्र को खो चुके मिस्टर आजाद वीर को आज अपनी पुत्री की जान बचानी थी और उसे साबित करना था वह अपने परिवार को कितना प्यार करता है। उसे आज 'एक्रोफोबिया' को हराना था।
इस काॅमिक्स का वास्तविक संघर्ष यहीं से आरम्भ होता है जहां एनाकोंडा अपना फन फैलाये बैठा है और फिर कैसे एक एक व्यक्ति को अपना निवाला बनाता है।
काॅमिक्स में जहां दहशत है वहीं इसका भावनात्मक रूप भी प्रभावित करता है। एक बाप और बेटी के दृश्य, उनके संवाद और उनकी भावनाएं सहज भी मन को छू लेती है।
काॅमिक्स की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली है और जहाँ जहाँ एनाकोंडा और कोल्डो के दृश्य है वह वास्तव में बहुत भयावह बने हैं।
काॅमिक्स के नकारात्मक पक्ष की बात करें तो font size थोड़ा कम है, पढने में थोड़ी सी मुझे परेशानी हुयी ।
वैसे यह KORWA COMICS का और सहभागिजनों का पहला प्रयास है।
लेखक हेम सिंह बाला जी ने एक अच्छे विषय पर कहानी लिखी जो काफी रोचक है। वहीं चित्रांकन में बलजिंदर सिंह ने सराहनीय कार्य किया है। एक एक दृश्य बोलता हुआ प्रतीत होता है।
पृष्ठ क्वालिटी बहुत अच्छी है।
अगर आप काॅमिक्स प्रेमी हैं तो यह काॅमिक्स आप इसलिए भी पढें कि यह काॅमिक्स प्रेमियों द्वारा किया गया प्रयास सफल हो सके।
आगामी काॅमिक्स 'अनर्थ' का इंतजार रहेगा।
काॅमिक्स- एनाकोंडा
लेखक- हेम सिंह बाला
प्रकाशक- KORWA COMICS
पृष्ठ- 58+
मूल्य- 399₹
प्राप्ति संपर्क- 9466542541, 8571830884
वाह!! कॉमिक बुक रोचक लग रही है। पढ़ने की कोशिश रहेगी।
ReplyDeleteThanks sir. Aap 9466542541 pr order de skte hai. Aapko address pr agle hi din post kr di jayegi🙏🙏🙏🙏🙏
DeleteThanks fir aprichiate 🙏🙏
ReplyDeleteThank you very very much veer ji. Aap ji da eh blog boht hi anmol hai. Boht boht dhanwaad aap ji da 🙏🙏🌹🌹
ReplyDeleteNice review
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