Sunday 31 December 2023

चंपक 2023, दिसम्बर -द्वितीय

बाल पत्रिका चंपक
चंपक 2023, दिसम्बर -द्वितीय
लो जी, एक साल और खत्म हो गया। जिस वर्ष )2023) का उत्साह के साथ स्वागत किया था, वह साल अपने साथ बहुत सी यादें लेकर चला गया।
जब नया आयेगा तो तय है पुराना तो जायेगा ही। सन् 2023 चला गया और हम नववर्ष 2024 का स्वागत करते हैं।
       जब से मैंने यह ब्लॉग आरम्भ किया है तो उसमें सन् 2023 पहला वर्ष है जिसमें सब से कम किताबें पढी हैं और उस से भी कम किताबों पर अपने विचार लिखे हैं। इस साल कुल 40 किताबों पर अपनी समीक्षाएं लिखी हैं और लगभग पचास किताबें पढी हैं।
इस वर्ष (2024) में यह संख्या कैसी रहेगी,यह तो पता नहीं, फिर भी अच्छी किताबें पढने की कोशिश रहेगी।
       वर्ष 2023 का समापन बाल पत्रिका चंपक के साथ किया है। चंपक वह पत्रिका है जिसमें मेरी सब से पहले रचना 'जंगल में प्रजातंत्र' प्रकाशित हुयी थी।
अब बात करते हैं पत्रिका चंपक की। समय के साथ चंपक में बहुत परिवर्तन आये हैं। अब इसका आकार भी बदल गया है। प्रस्तुत अंक (दिसंबर- द्वितीय, 2023) क्रिसमिस पर आधारित है। इस अंक में कुल सात कहानियाँ है, जिसमें से तीन कहानियाँ क्रिसमस से संबंधित हैं। कुछ चित्रकथाएं और नियमित स्तम्भ भी है।
  मुझे चंपक का 'चीकू' चित्रकथा हमेशा से अच्छा लगता है। इसके अतिरिक्त इसमें दो और चित्रकथाएं 'डमरू और इयरफोन्स' तथा 'दादाजी का क्रिसमस' है।
अब बात कुछ कहानियों की कर लेते हैं।
प्रथम कहानी 'लूना का क्रिसमस'( आशिमा कौशिक) है, जिसमें दो बहन -भाई और एक बिल्ली है। बहन-भाई कैसे क्रिसमस की तैयारी करते हैं यह दर्शाया गया है।
'चीकू और ब्लैकी जासूस' (विवेक चक्रवर्ती)एक रोचक और हास्यप्रद कहानी है। जिसमें चीकू और ब्लैकी दोनों जासूस बनने की कोशिश करते हैं और फिर कैसे सफल होते हैं, यह पठनीय है।
'प्रिय सैंटा...'(डा.के.रानी) भी क्रिसमस आधारित रचना है। जिसमें एक माँ अपने बच्चों के साथ क्रिसमस का त्योहार मनाती है।
'प्रिय सैंटा...' और 'लूना का क्रिसमस' लगभग एक जैसी कहानियाँ ही है। दोनों क्रिसमस पर आधारित कहानियाँ हैं।
      होशियार बिल्ली चिंगरी (अलका जैन) दो भाई-बहन और एक बिल्ली की कहानी है। बिल्ली का नाम चिंगरी है। भाई बिल्ली को पसंद नहीं करता, पर बाद में बदली परिस्थितियों में चिंगरी बिल्ली उसकी प्रिय बन जाती है। यह कहानी भी पूर्व कथा 'लूना का क्रिसमस' से मिलती-जुलती है।
         'क्रिसमस वाली रात (इंद्रजीत कौशिक) यह एक रोचक कहानी है, जिसमें एक चालाक भालू लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश करता है।
'सब से अच्छा खिलाड़ी'(अर्चना त्यागी) यह एक मानवीय संवेदना पर आधारित अच्छी रचना है।
'फ्रेडी और स्टैपी'(कुसुम अग्रवाल) कहानी हमें अपने प्राकृतिक स्वभाव के विषय में बहुत अच्छे से समझाती है।  यह इस अंक की अंतिम कहानी है।
उसके अतिरिक्त इस अंक में नियमित स्तम्भ भी हैं। जिसमें 'रंग भरो', 'अंतर बताओ', 'नन्हीं कलम से' के अतिरिक्त 'चीकू' जैसी चित्रकथा तो है ही है।
          बच्चों की यह पत्रिका, सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि  वयस्कों के मनोरंजन के लिए उपयोगी है। हालांकि प्रस्तुत अंक में कहानियाँ क्रिसमस  त्योहार से संबंधित होने के कारण सामान्य अंक लगा। लेकिन 'चीकू और ब्लैकी जासूस' जैसी रोचक कहानियाँ जब संपूर्ण अंक में उपलब्ध होती है, या जब कोई चंपक का विशेष अंक आता है तब पत्रिका बहुत रुचिकर प्रतीत होती है।
वर्तमान मोबाइल समय में बच्चों को बाल पत्रिकाएं अवश्य पढने को दें ताकि उनमें बाल संस्कार पैदा हों, पढने में रूचि जगे।
पत्रिका-   चंपक
अंक -      दिसम्बर, द्वितीय, 2023
प्रकाशक- दिल्ली प्रेस, दिल्ली
पृष्ठ-         50
मूल्य-       40₹
लिंक-

1 comment:

  1. आपका लेख पत्रिका के प्रति उत्सुकता जगाता है। मैंने चंपक के नवंबर माह के दोनों अंक हाल फिलहाल में पढ़े। घर पर अखबार के साथ चंपक, सरिता और रीडर्स डाइजेस्ट लगवा रखी है तो पढ़ने के लिए काफी कुछ हो जाता है। वैसे पब्लिकेशन डिवीजन की बाल भारती भी अच्छी लगती है मुझे। अगर नहीं पढ़ी तो पढ़कर देखें। 2024 में आने वाले आपके लेखों की प्रतीक्षा रहेगी।

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