एक छद्म लेखिका की बकवास उपन्यास ।
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प्रत्येक प्रकाशन संस्था ने अपना-अपना केशव पण्डित और अपनी- अपनी रीमा भारती पैदा कर ली। प्रकाशन संस्थानों के लिए यह एक फायदेमंद सौदा था, पर पाठक के साथ अन्याय ।
क्योंकि ऐसे छद्म लेखक (Ghost Writer) नाम की प्रसिद्धि को भुनाना चाहते हैं/थे। उनके लिए कहानी कोई महत्व नहीं रखती।
इसी प्रकार का एक उपन्यास हाथ आया, सूर्या पॉकेट बुक्स- मेरठ द्वारा प्रकाशित लेखिका व नायिका रोमा चौधरी सीरीज का।
रोमा चौधरी का उपन्यास पहली बार पढने को मिला लेकिन उम्मीद पर खरा नह उतरा। उपन्यास में वहीं पुरानी कहानी है और एक मूर्ख किस्म की जासूस रोमा चौधरी।
पहला उपन्यास था 'शिकार पे निकली गोली' का दूसरा भाग है "तहकीकात'।
तहकीकात उपन्यास की लेखिका है रोमा चौधरी और उपन्यास नायिका है रोमा चौधरी, एक भारतीय जासूस ।
लगता है इस रोमा चौधरी का जन्म रीमा भारती की तर्ज पत किया गया है, क्योंकि यह उपन्यास अच्छी कहानी की बजाय सेक्स बेस पर लिखा गया है। जैसे की पाठक को कहानी से कोई मतलब ही नहीं ।
कहानी-
उपन्यास की कहानी मात्र इतनी है की एक बिग बॉस नामक खतरनाक खलनायक है और उसको खत्म करने का कार्य भारतीय जासूस रीमा चौधरी को मिलता है। उपन्यास के अंत में रीमा चौधरी अपने कार्य में सफल होती है।
बिग बॉस एक रहस्यमय हस्ती का नाम था जिसकी शक्ल सूरत से कोई वाकिफ न था। अंडरवर्ल्ड में एक महत्वपूर्ण ओहदा प्राप्त बिग बॉस तमाम अपराधी कृत्यों में सलंग्न था। .....अंडरवर्ल्ड वाले और यहाँ तक की उसके वफादार साथी तक नहीं जानते थे की बिग बॉस कौन है।
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प्रत्येक प्रकाशन संस्था ने अपना-अपना केशव पण्डित और अपनी- अपनी रीमा भारती पैदा कर ली। प्रकाशन संस्थानों के लिए यह एक फायदेमंद सौदा था, पर पाठक के साथ अन्याय ।
क्योंकि ऐसे छद्म लेखक (Ghost Writer) नाम की प्रसिद्धि को भुनाना चाहते हैं/थे। उनके लिए कहानी कोई महत्व नहीं रखती।
इसी प्रकार का एक उपन्यास हाथ आया, सूर्या पॉकेट बुक्स- मेरठ द्वारा प्रकाशित लेखिका व नायिका रोमा चौधरी सीरीज का।
रोमा चौधरी का उपन्यास पहली बार पढने को मिला लेकिन उम्मीद पर खरा नह उतरा। उपन्यास में वहीं पुरानी कहानी है और एक मूर्ख किस्म की जासूस रोमा चौधरी।
पहला उपन्यास था 'शिकार पे निकली गोली' का दूसरा भाग है "तहकीकात'।
तहकीकात उपन्यास की लेखिका है रोमा चौधरी और उपन्यास नायिका है रोमा चौधरी, एक भारतीय जासूस ।
लगता है इस रोमा चौधरी का जन्म रीमा भारती की तर्ज पत किया गया है, क्योंकि यह उपन्यास अच्छी कहानी की बजाय सेक्स बेस पर लिखा गया है। जैसे की पाठक को कहानी से कोई मतलब ही नहीं ।
कहानी-
उपन्यास की कहानी मात्र इतनी है की एक बिग बॉस नामक खतरनाक खलनायक है और उसको खत्म करने का कार्य भारतीय जासूस रीमा चौधरी को मिलता है। उपन्यास के अंत में रीमा चौधरी अपने कार्य में सफल होती है।
बिग बॉस एक रहस्यमय हस्ती का नाम था जिसकी शक्ल सूरत से कोई वाकिफ न था। अंडरवर्ल्ड में एक महत्वपूर्ण ओहदा प्राप्त बिग बॉस तमाम अपराधी कृत्यों में सलंग्न था। .....अंडरवर्ल्ड वाले और यहाँ तक की उसके वफादार साथी तक नहीं जानते थे की बिग बॉस कौन है।
रोमा चौधरी तक नहीं जानती की बिग बॉस कौन है बस मजे की बात तो ये है पाठक जानता है की बिग बॉस कौन है। उपन्यास में और कोई पात्र ही नहीं जिस पर शक किया जाये।
एक रोमा चौधरी है और एक बिग बॉस। बिग बॉस पर्दे के पीछे है तो वह जनता के सामने किस रूप में आता होगा। यह पाठक जानता है। बस वही पात्र बिग बॉस है।
एक निहायत बकवास उपन्यास है।
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उपन्यास- तहकीकात
लेखिका- रोमा चौधरी
प्रकाशन- सूर्या पॉकेट बुक्स- मेरठ
मूल्य- 25/-
पृष्ठ- 223
एक रोमा चौधरी है और एक बिग बॉस। बिग बॉस पर्दे के पीछे है तो वह जनता के सामने किस रूप में आता होगा। यह पाठक जानता है। बस वही पात्र बिग बॉस है।
एक निहायत बकवास उपन्यास है।
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उपन्यास- तहकीकात
लेखिका- रोमा चौधरी
प्रकाशन- सूर्या पॉकेट बुक्स- मेरठ
मूल्य- 25/-
पृष्ठ- 223
रवि द्वारा प्रकाशित रीमा भारती के उपन्यासों में भी मैंने ऐसा महसूस किया है। पिछले एक दो उपन्यास जो पढ़े हैं उनमे कहानी का स्तर काफी नीचे गया है। हाँ, सेक्स का विवरण उसमे बिलकुल भी नहीं है। लेकिन मुझे उसके होने न होने से ज्यादा फर्क नहीं पढता जब तक कि वो ठूंसा न गया हो और जब तक कहानी जानदार हो। वैसे रोमा जैसे उपन्यास ही हिंदी पॉकेट बुक्स का नाश करने वाले कारण हैं।
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